मंगलवार, 26 जुलाई 2016

||चौथा आयाम स्वप्न लोक ||

!! चौथा आयाम स्वप्न लोक !!
रात को पलकों के बन्द होने के बाद से प्रातः पलको के खुलने से पहले इस आयाम मे प्रवेश करने का मार्ग प्रशस्त होता है,इसे स्वप्नलोक कहते है,इस अवस्था को साधारणत: सभी जानते है और शायद हि कोइ होगा जो इस अनुभुति को नहि जानता हो या उसने कभी स्वप्न को ना देखा हो !!इस अवस्था मे  परालौकिक ग्यान सहजता से प्राप्त हो जाता है!! इस अवस्था को ध्यान के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है एक कृुत्रिम निन्द्रा के द्वारा!!
मेरे जिवन मे बहुत सी जानकारी इसी माध्यम से मैने प्राप्त कि है प्रारम्भ मे मैन भी इस आयाम पे आपही कि तरह विश्वास नहि करता था !जब भी मैन कोइ स्वप्न देखता और दोस्तो से माता पिता से इस विश्य पे बात करता वे इसे हसी मे टाल दिया करते थे!!
डॉ से पुछा तो उन्का कहना था कि निन्द्रा अवस्था के समय हमारा शरिर एवं मस्तिष्क हमारे भीतर शरिर को स्वस्थ करने कि प्रक्रिया मे लगा रहता है जिस कारण मस्तिष्क मे विचारो के साथ साथ चित्रों का निर्माण होता रहता है !!
किन्तु ये सत्य नहि था जो मैने देखा जो मैने पाया वो ईस्से भिन्न था !!
प्रारम्भ मे ये सब मेरे लिये चमत्कार के समान रहा किन्तु अब ये चमत्कार महसुस नही होता क्योकि अब इन चमत्कारो के अनुसार मैने अपनि जिवन को ढाल लिया है!!
एक बार मैने स्वप्न मे देखा कि एक सरदार जि अपने घर के बाऊन्डरि की दिवार जो अभि पुर्ण रुप से नहि बनि है उसे हॉकि स्टिक से तोड रहा है प्रात: आँखे खुलने पे मैने इसे सामन्य बात समझि और अपना ध्यान स्वप्न से हटा लिया था !! किन्तु दो दिन बाद इस सवप्न को हकिकत मे होते हुये देखा,मैने देखा कि इक सरदार जि अप्ने घर कि नविन चार दिवारि को हकिकत मे हॉकी से तोड रहे थे उतसुक्ता वष मैने उनसे पुछा पा जि आप दिवार क्यो तोडते है ?
तो उनका जवाब था की मै घर पे नहि था बाहार गया था और मेरे छोटे भाई मेरे से पुछे बिना घर के मध्य स्थान मे बटवारा किया है और जैसे हि मै घर वापस आया तो मैने देखा कि सामने हाँकी रखि है तो मैने घुस्से मे उसी हाकी से दिवार तोडनी प्रारम्भ की है!!!
इस घटना ने मेरे जिवन मे इस आयाम पे विश्वास करने पे मजबुर किया !!
इसके  बाद लगातार मै इस लोक मे प्रवेश करने का प्रयास करता किन्तु ये आज भी मेरी ईच्छा  से नहि होता अपने आप होता है,जब मै चाहु तब हो ये आवश्यक नहीं है,
किन्तु इन स्वप्नों को  समझना आसान नही होता है!और इनको याद रखना भी आसान नहीं है इसि कारण वश मैने इन स्वप्नो को लिखने का निरणय लिया !!मैने अपने अनुसन्धान मे पाया कि यदि सहि मे आप किसी प्रश्न का उत्तर चाहते है तो रात को सोने से पुर्व उन प्रश्नो को दोहराने से कुछ दिनो मे सकारात्मक परिणाम मिलने लगते है !!इस विधि का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम मैने प्राप्त किये !!
इक महिला कि सोने की अन्गुठी घुम गई थी जो उसे नही मिल रही थी,इस विधि का उप्योग कर मैने पाया कि उस महिला की अन्गुठी कपडे धोते समय साबुन के कारण हाथ से निकल गई थी और पानी  के बहाव के कारण नाली मे प्रवेश कर गई थी बाद मे सफाई करने पर वह उसी स्थान से प्राप्त हुई जहा कि जानकारी स्वप्न के माध्यम से प्राप्त हुई थी !!
इस पोस्ट को लिखने का मुख्य कारण मात्र ये है की मै चाहता हु कि आप भी परमेश्वर के दिये इस इनाम का लाभ उठाये एवं भविष्य मे अपने स्वप्नो को लिखने का प्रयास करे !!देर सबेर सफलता अवश्य  प्राप्त होती है !!
स्वप्न मे हुइ अनुभुति को आप कोरी कलप्ना ना समझे,जब आप स्वप्न मे उडते है,चलते है,किसि से मिलते है ,बात करते है या सन्देशो का आदान प्रदान करते है तो ये सब सत्य हि होता है!!
घोर निन्द्रा मे आपकि आतमा उन सब स्थानो का भ्रमण हकिकत मे करति है जिन्हे आप देखते है....
मंत्र साधना मे इस विधि को  जानने के लिये एक पुर्ण विधान है मन्त्र है जैसे..
मन्त्र प्रार्थना..
......................नमस्तुभ्यं फलाय वरदाय च
मम सिद्धम सिद्धि वा स्वप्ने सर्व प्रदर्षणं
इस मन्त्र मे जहा खाली स्थान दिया है वहा आप अपने उस देवता का नाम लिखे जिन पे विश्वास करते है!! फिर् देखिये कुछ दिनो के श्रम के बाद आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगते है़!!
(व्यक्तिगत अनुभूति एवम् विचार )
विशेष:अपने सपनो के विश्लेषण के लिए संपर्क करे।
          Contect for decode your dream's
राहुलनाथ,भिलाई,
10 maarch 2015

क्या कहता है आपका सपना?
fantacyहर सपना कुछ-न कुछ कहता है। कुछ सपने निराशा देते हैं, तो कुछ जीवन में खुशियों की लहरभर देते हैं। सपनों का संबंध आत्मा से होता है। जब व्यक्ति नींद में होता है, तब उसका शरीर आत्मा से अलग होता है, क्योंकि आत्मा कभी सोती नहीं। जब मानव निद्रावस्था में होता है तो उसकी पाँचों ज्ञानेंद्रियाँ उसका मन और उसकी पाँचों कर्मेंद्रियाँ अपनी-अपनी क्रियाएँ करनी बंद कर देती हैं और व्यक्ति का मस्तिष्क पूरी तरह शांत रहता है। उस अवस्था में व्यक्ति को एक अनुभव होता है, जो उसके जीवन से संबंधित होता है। उसी अनुभव को स्वप्न कहा जाता है। सपने में चौंकाने वाली खोजें और आविष्कार हुए हैं। यहां तक कि लोगों के भाग्य बदल गए हैं। हमें भी कई बार सपने में कोई संकेत मिलता है, लेकिन हम उसे समझ नहीं पाते। सपने हमारी भाषा नहीं बोलते। वह संकेतों में बात करते हैं।
इन्हीं स्वप्नों के माध्यम से भूत, भविष्‍य और वर्तमान की जानकारी हासिल की जा सकती है। आइए देखते हैं क्या कहते हैं आपके सपने।
बादाम- सपने में बादाम देखने का अर्थ है आपका भविष्य सुरक्षित है। यह सुखी जीवन का संकेत है।

क्रोध- अगर आप सपने में देखते हैं कि आप किसी पर क्रोध कर रहे हैं तो इसका मतलब है आप उस व्यक्ति से बेहद प्यार करते है। अगर कोई आप पर नाराज हो रहा है तो इसका भी मतलब यही है कि वो व्यक्ति आपसे प्यार करता है।

गंजा- सपने में गंजापन देखना आने वाली बीमारी का सूचक है।

बिस्तर- सपने में बिस्तर बिछाते हुए स्वयं को देखना स्थान परिवर्तन का सूचक है।

मक्खन- यह प्रसन्नता का सूचक है।

कॉफी- यह खुशहाल विवाहित जीवन का प्रतीक है।

हीरे- सपने में हीरे दिखाई देना अपार संपत्ति का सूचक है।

||परीक्षा से जुड़े स्वप्न||
पढ़ाई में हम चाहे कितने भी मेधावी या औसत हों, परीक्षा के समय आने वाले डरावने सपनों से इंकार नहीं कर सकते। उस समय अकसर ऐसे स्वप्न आते हैं कि हम परीक्षा हॉल तक नहीं पहुंच पाए, पेन ने चलना बंद कर दिया, सवालों के उत्तर याद नहीं आ रहे। ये स्वप्न बताते हैं कि हमें अपने जीवन में सुधार करने की जरूरत है। यह आत्मविश्वास की कमी भी बताते हैं।
कोई पीछा कर रहा है
हर किसी को ऐसे स्वप्न आते हैं कि जैसे कोई हत्यारा या कोई और उसका पीछा कर रहा है और सपने में ही लोग पसीना-पसीना हो जाते हैं। हम चाहे जितना भी तेज दौड़ें ऐसा लगता है कि पीछा करने वाला हमें दबोच लेगा। जब वह हमें पकड़ने ही वाला होता है कि हमारी नींद खुल जाती है।
ऐसे सपने सचमुच आक्रमण के भय से आ सकते हैं, लेकिन प्राय: इनका कारण जागृत अवस्था में हमारी चिंताएं होती हैं। ये स्वप्न बताते हैं कि हमें किसी भी समस्या से भागना नहीं चाहिए, बल्कि उसका सामना करना चाहिए। ऐसे स्वप्न स्त्रियों को ज्यादा आते हैं क्योंकि वह शारीरिक रूप से कमजोर होती हैं।

||ऊंचाई से गिरना||
अक्सर सपने में हम किसी ऊंची सी जगह पर खड़े होकर नीचे गहराई को देखकर डरते हैं। हमें नीचे गिर जाने का भय होता है।
जब तक हमारी आंख न खुल जाए, कोई भी चीज हमारे इस भय को नहीं कम कर पाती कि हम मरेंगे नहीं। ऐसे स्वप्न, जिसमें हम खुद को गिरता हुआ देखते हैं, के भी कई अर्थ और व्याख्याएं हो सकती हैं।
इस तरह के स्वप्न आमतौर पर व्यक्ति की आंतरिक असुरक्षा, अस्थिरता और चिंताओं को दर्शाते हैं। इस तरह के स्वप्न तब घटित होते हैं, जब हम बिल्कुल घिरे हुए होते हैं और वास्तविक जीवन में कुछ स्थितियों पर से हमारा नियंत्रण बिल्कुल छूट जाता है।
||स्वप्न में दांतों का गिरना||
यह एक सामान्य स्वप्न है, जो अक्सर लोगों को दिखाई देता है। ऐसा लगता जैसे दांत हथेलियों में नाच रहे हैं या एक-एक करके गिरते जा रहे हैं। इस तरह के स्वप्न बहुत भयभीत करने वाले होते हैं। बहुत से मामलों में ऐसे सपने कुपोषण की ओर इशारा करते हैं। लेकिन इनका अर्थ यह भी है कि व्यक्ति अपने रूपरंग को लेकर चिंतित है। ऐसे स्वप्न शक्तिहीनता को भी दर्शाते हैं।

  मछली देखना- घर में शुभ कार्य होना
माँस खाते हुए देखना- चोट लगना
अपने आपको मार खाते हुए देखना- फेल हो जाना
हवा में उड़ते देखना- यात्रा होना
हाथ-पैर धोते हुए देखना- सारी चिंताएँ मिटना
किसी दुल्हन का चुंबन लेता हुआ देखना- शत्रुओं के साथ समझौता होना
सर्प पकड़ना- सफलता प्राप्त होना
ऊँट देखना- राज्य से भय होना
स्वप्न में दाढ़ी बनाते हुए देखना- दाम्पत्य जीवन की सा री कठिनाई समाप्त हो जाना।
बड़े-बूढ़े का आशीर्वाद मिलना- मान सम्मान व प्रतिष्ठा प्राप्त होना
गर्दन अकड़ जाना- धन की प्राप्ति होना
अपने को दूध पीता देखना- इज्जत मिलना
अपने को पानी पीते हुए देखना- भाग्य उदय
कुत्ता काटना, कुत्ता पालना- संकट आना
उड़ता हुआ पक्षी देखना- इज्जत होना
मोर देखना- शोक होना
अपना विवाह होता देखना- परेशानी आना
मांग भरते देखना- कोई शुभ कार्य होना
दर्पण देखना- मन विचलित रहना
रेल में चढ़ना देखना- यात्रा होना
पैर फिसल कर गिर जाना- अवनति होना
गऊ मिलना- भूमि लाभ होना
घोड़े से गिरता हुआ देखना- पद छूटना
घोड़े पर चढ़ता हुआ देखना- पद लाभ होना
अपने आपको मरता हुआ देखना- सारी चिंताएँ मिट जाना।

इइसी प्रकार समुद्र, खिलता हुआ फूल देखना, युवती मिलना या दिखना, प्रसाद मिलना, आशीर्वाद लेना, पुस्तक पढ़ना, साँप ड़सना, मंदिर देखना, जेवर मिलना, हाथी पर चढ़ना, फल आदि प्राप्त होना, शरीर पर गोबर लगते देखने से धन लाभ होता है।

खून देखना, स्तनपान करना, शराब पीना, तेल पीना, मिठाई खाना, विवाह होना, पुलिस को देखना, अपना मुंडना करवाते देखने से मृत्युतुल्य कष्‍ट होत‍ा है। विधवा के दाढ़ी उगती देखना उसके पुनर्विवाह का संकेत है। विवाहित व्यक्ति या महिला अपने बाल सफेद होते हुए देखने से जीवनसाथी से वियोग या संबंध विच्छेद का योग बताता है।
http://helloraipur.poorabtimes.com/dreams.php

।। श्री गुरुचरणेभ्यो नमः।।
मच्छिन्द्र गोरक्ष गहिनी जालंदर कानिफा।
भर्तरी रेवण वटसिद्ध चरपटी नाथा ।।
वंदन नवनाथ को,सिद्ध करो मेरे लेखो को।
गुरु दो आशिष,हरे भक्तों के संकट को।।

(व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार )
"राहुलनाथ "
{आपका मित्र,सालाहकार एवम् ज्योतिष}
भिलाई,छत्तीसगढ़+917489716795,+919827374074(whatsapp)
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🚩🚩🚩जयश्री महाँकाल 🚩🚩🚩
इस लेख में लिखे गए सभी नियम,सूत्र,तथ्य हमारी निजी अनुभूतियो के स्तर पर है।विश्व में कही भी,किसी भी भाषा में ये सभी इस रूप में उपलब्ध नहीं है।अत:इस लेख में वर्णित सभी नियम ,सूत्र एवं व्याख्याए हमारी मौलिक संपत्ति है।हमारे लेखो को पढने के बाद पाठक उसे माने ,इसके लिए वे बाध्य नहीं है।इसकी किसी भी प्रकार से चोरी,कॉप़ी-पेस्टिंग आदि में शोध का अतिलंघन समझा जाएगा और उस पर (कॉपी राइट एक्ट 1957)के तहत दोषी पाये जाने की स्थिति में तिन वर्ष की सजा एवं ढ़ाई लाख रूपये तक का जुर्माना हो सकता है।अतः आपसे निवेदन है पोस्ट पसंद आने से शेयर करे ना की पोस्ट की चोरी।

चेतावनी-हमारे हर लेख का उद्देश्य केवल प्रस्तुत विषय से संबंधित जानकारी प्रदान करना है लेख को पढ़कर कोई भी प्रयोग बिना मार्ग दर्शन के न करे ।क्योकि हमारा उद्देश्य केवल विषय से परिचित कराना है। किसी गंभीर रोग अथवा उसके निदान की दशा में अपने योग्य विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श ले। साधको को चेतावनी दी जाती है की वे बिना किसी योग्य व सफ़ल गुरु के निर्देशन के बिना साधनाए ना करे। अन्यथा प्राण हानि भी संभव है। यह केवल सुचना ही नहीं चेतावनी भी है।

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