बुधवार, 13 जुलाई 2016

||मंजू घोष मंत्र प्रार्थना ||

||मंजू घोष मंत्र प्रार्थना ||
।।आलसी ,थके और निरुत्साही भक्तो के लिए।।
जिन लोगो को अधिक आलस्य आता हो या सदा सुस्त रहते हो,तथा बुद्धि में सदा जड़ता का अनुभव होता हो वे इस लघु प्रयोग को करे.नित्य १०८ बार जाप करने से बुद्धि की जड़ता देह का आलस्य समाप्त हो जाता है.तथा साधक में एक नयी स्फूर्ति का संचार होता है.इस मंत्र को मंजू घोष मंत्र कहा जाता है.इस मंत्र से सम्बंधित अन्य दीर्घ प्रयोग तथा अनुष्ठान भी होते है जिससे साधक में सर्वज्ञता आती है,वो सर्वत्र विजय प्राप्त करता है तथा धन का आभाव सदा के लिये समाप्त हो जाता है.परन्तु इस विषय पर फिर कभी चर्चा होगी।अभी उपरोक्त प्रयोग करे और उर्जा प्राप्त करे।

मंजू घोष मंत्र :

अ-र-व-च-ल-धीं

।। श्री गुरुचरणेभ्यो नमः।।
मच्छिन्द्र गोरक्ष गहिनी जालंदर कानिफा।
भर्तरी रेवण वटसिद्ध चरपटी नाथा ।।
वंदन नवनाथ को,सिद्ध करो मेरे लेखो को।
गुरु दो आशिष,हरे भक्तों के संकट को।।

"राहुलनाथ "
{आपका मित्र,सालाहकार एवम् ज्योतिष}
भिलाई,छत्तीसगढ़+917489716795,+919827374074(whatsapp)
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