शनिवार, 1 जुलाई 2017

रहस्य

रहस्य
"बंद है मुट्ठी लाख की,खुल गई तो खाक की"
सभी का कोई ना कोई राज (secret) होता है यदि राज सकारात्मक हो तो भविष्य में परिणाम सकारात्मक एवं नकारात्मक हो तो भविष्य में नकारात्मक परिणाम प्राप्त होते है इसी कारण वश आध्यात्मिक साधना-पूजा में गुप्तता का विधान है।इष्ट देव एवं मनोकामना की सिद्धि के लिए ,उनकी मूर्ति/फ़ोटो या लिखित मनोकामना को एकांत में भूमि में दबा देना चाहिए एवं इस रहस्य को पत्नी या मित्र तक को नही बताना चाहिए।
"जो इस रहस्य को समझ गया,तो मानो उसे कल्प वृक्ष मिल गया"

व्यक्तिगत अुभूति एवं विचार©2017
Rahulnath Osgy
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🚩🚩 JAISHREE MAHAKAL OSGY🚩🚩

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