रविवार, 30 अक्तूबर 2022

महिलाओं_को_नहीं_करने_चाहिए_ये_काम

#महिलाओं_को_नहीं_करने_चाहिए_ये_काम?
🚩जयश्री माहाँकाल दोस्तो 🙏🏻
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#हवन_करना
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स्त्री हवनकर सकती हैं. लेकिन स्त्री कभी भी अकेले हवन नहीं कर सकती हैं. हवन के दौरान स्त्री को मुख्य यजमान के रूप में अपने पति को साथ में रखना होता हैं. कोई भी स्त्री हवन के लिए मुख्य यजमान नहीं बन सकती हैं. सनातन धर्म के पुराने शास्त्रों में इसकी मनाई हैं।

#हनुमानजी_को_स्पर्श_करना
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ये सभी जानते हैं कि हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं. मान्यता है कि हनुमान बाबा महिलाओं को माता समान मानते थे. इसलिए शास्त्रों में महिलाओं द्वारा उन्हें स्पर्श न करने की बात कही गई है. हालांकि वे दूर रहकर हनुमान जी की पूजा कर सकती हैं।

#नारियल_फोड़ना
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आपने अपने घर और मंदिरों में अगर गौर किया हो तो देखा होगा किन पूजा पाठ या किसी अन्य शुभ कार्य के दौरान नारियल फोड़ने का काम पुरूष ही करते हैं. महिलाओं के लिए इसे वर्जित माना गया है. दरअसल नारियल को मां लक्ष्मी और उर्वरा का प्रतीक माना जाता है. हालांकि महिलाएं भगवान के समक्ष नारियल का भोग खुद सकती हैं।

#जनेऊ_धारण_करना
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हिंदू धर्म में जनेऊ भी पुरुष ही धारण करते हैं महिलाएं नहीं. दरअसल जनेऊ को लेकर शास्त्रों में काफी नियम बनाए गए हैं, साथ ही इसकी शुद्धता का भी विशेष ख्याल रखने की बात कही गई है. मासिक धर्म के समय महिलाओं को शुद्ध नहीं माना जाता, इस दौरान उन्हें पूजा पाठ करने या भगवान को छूने की इजाजत भी नहीं होती. ऐसे में महिलाएं जनेऊ को पहनकर उसके नियमों का पूरी तरह पालन नहीं कर पाएंगी. इसीलिए उनके लिए इसे पहनने की मनाही है. हालांकि शुद्ध रहते हुए वे जनेऊ बना जरूर सकती हैं।

#बलि_देना
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जब भी किसी देवी या देवता को बलि दी जाती है तो ये काम हमेशा पुरुष ही करते हैं क्यों कि महिलाओं के लिए इस काम की भी शास्त्रों में मनाही कि।
द्वारा सोशल मीडिया चित्र एवम् लेख

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(ज्योतिष-तंत्र-वास्तु एवं अन्य अनुष्ठान-जीवन प्रशिक्षक)
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