बुधवार, 5 जनवरी 2022

बगलामुखी_दिगबन्ध

बगलामुखी_दिगबन्ध
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बगलामुखी साधना से पूर्व हमे दिगबन्ध कर लेना चहिये ,ये सुरक्षा है।दिग्बन्धन सब को ज्ञात हो इसके लिए वो विधि आपको प्रदान की जा रही हैं। 
अपने सभी और अक्षत फेकते हुवे और निम्न देवियों की कल्पना अपनी चारो और करे की यह रक्षा कर रहे हैं हर दिशा में चिट्काव करते समय एक एक मंत्र का पाठ करे।।
दिगबन्ध मंत्रं
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ॐ ऐं ह्लीं श्रीं श्यामा माम् पूर्वतः पातु,
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं आग्नेयां पातु तारिणी।।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं महाविद्या दक्षिणे पातु,
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं नैऋत्यां षोडशी तथा।।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं भुवनेशी पश्चिमायाम,
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं वायव्यां बगलामुखी।।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं उत्तरे छिन्नमस्ता च,
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं ऐश्यान्याम धूमावती तथा।।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं उर्ध्व तु, कमला पातु
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं अन्तरिक्षं सर्वदेवताः।।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं अधस्ताच्चैव मातंगी,
ॐ ऐं ह्लीं श्रीं सर्वदिङ्गबगलामुखी।।
।।इति दिग बंधन।।
🙏🏻🚩जयश्री महाकाल🚩🙏🏻
।। राहुलनाथ।।™ 
#शिवशक्ति_ज्योतिष_एवं_अनुष्ठान
भिलाई,छत्तीसगढ़, भारत
📞+ 917999870013,+919827374074 (w)
चेतावनी:-
इस लेख में वर्णित नियम ,सूत्र,व्याख्याए,तथ्य गुरू एवं साधु-संतों के कथन,ज्योतिष-तांत्रिक-आध्यात्मिक-साबरी ग्रंथो एवं स्वयं के अभ्यास अनुभव के आधार पर मात्र शैक्षणिक उद्देश्यों हेतु दी जाती है।अतः बिना गुरु के निर्देशन के साधनाए या प्रयोग ना करे।विवाद की स्थिति में न्यायलय क्षेत्र दुर्ग छत्तीसगढ़,भारत

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