।।विधि देवी ।।
बात बेतुकी सी है किन्तु शायद आपके काम आ सके ।
कल प्रार्थहः एक स्वप्नानुसार मैंने पाया की एक देवी और भी है जिससे स्वप्नानुसार मेरी वार्तालाप हुई ।देवी ने अपना नाम "विधि" बताया और यह कहा की तू जितना भी पुण्य कर पाप कर किन्तु होगा वही जो मैं चाहूंगी।और उन्होंने धरती की और इशारा कर कहा की यदि मैं जोर से कहु तब भीं मुझे धरती तक पहुचने में 30 से 50 वर्षो तक का समय लगता है तू चाहे जो कर भुगतना अगले जन्म में ही होगा।क्योकि धरती पर मानव की वर्त्तमान आयु 70 से 80 वर्ष तक निश्चिन्त है।जो तू आज है वह कल का राहुल है ।ना अच्छा कर ना बुरा कर ।दोनों अवस्था में तुझे भुगतना होगा।यदि अच्छा करता है तो अच्छा भुगतना होगा,यदि बुरा करता है तो बुरा भुगतना होगा।दोनों अवस्था में तू ही भोगेगा अतः तू सहज रह जो जैसा है वो मेरे विधान के अनुसार है।इससे कोई नहीं बच पाया और ना ही तू बच पायेगा।अतः तू स्वर्ग में रह जहा फूल तो खिलते है किन्तु गमला नहीं होता। ना स्वर्ण ना रजत ।मात्र सहज रह।।।
ना तू गुरु की तुतरी बजा ,ना तू शिष्य बन और ना ही गुरु बन ।।जिसने भी ऐसा किया उसने मात्र भुगतान ही किया।
मेरे तक पहुचने का मार्ग या तो पत्नी से हो कर गुजरता है या मित्र से।यहाँ भाई बंधू,माता पिता कोई साथ नहीं देता।
।।स्वप्नलोक ।।
उपयुक्त अंतर्ध्वनि मात्र मेरी है इसे मानने आप बाध्य नहीं है मुझे जो दिखा वो मैंने लिखा ,इसका कोई प्रमाण मेरे पास नहीं है।
।। श्री गुरुचरणेभ्यो नमः।।
मच्छिन्द्र गोरक्ष गहिनी जालंदर कानिफा।
भर्तरी रेवण वटसिद्ध चरपटी नाथा ।।
वंदन नवनाथ को,सिद्ध करो मेरे लेखो को।
गुरु दो आशिष,हरे भक्तों के संकट को।।
(व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार )
"राहुलनाथ "
{आपका मित्र,सालाहकार एवम् ज्योतिष}
भिलाई,छत्तीसगढ़+917489716795,+919827374074(whatsapp)
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🚩🚩🚩जयश्री महाँकाल 🚩🚩🚩
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