मंगलवार, 11 जुलाई 2017

श्रीयंत्र रहस्य

श्रीयंत्र रहस्य
आप चाहे जितना इसे हल्दी कुंकु चंदन लगा के पूजन कर लो या घीस लो ,गले मे लटका लो,तिजोरी में रख लो,ये अल्लादीन का चिराग नही है जो सब दे देगा।जब तक इसमे दिए गए दोनों त्रिकोण जो ,ऊपर और नीचे से आगे बढते है इनको मिलाने की विधि नही जान पाओगे कुछ प्राप्त नही होगा।स्मरण रहे ये दोनों त्रिकोण धन(+)एवं (-) के एवं पुरुष एवं स्त्री के प्रतीक है।
300 से 3000 तक मिलने वाले यंत्र से व्यक्ति धनपति या श्री पति बन जाता तो फिर हमारे देश मे गरीबी क्यो है ऐसे में तो रिक्शा वाला भी 2 या 3 दिन की रोजी बचाये तो वह इसे स्थापित कर ,धनपति बन सकता है क्या ऐसा हो रहा है?
   व्यक्तिगत अनुभूति एवं।विचार©₂₀₁₇
।।  राहुलनाथ।।™
भिलाई,छत्तीसगढ़,भारत
पेज लिंक:-https://www.facebook.com/rahulnathosgybhilai/
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चेतावनी:-इस लेख में वर्णित सभी नियम ,सूत्र एवं व्याख्याए,एवं तथ्य हमारी निजी अनुभूतियो के स्तर पर है जिसे मानने के लिए आप बाध्य नहीं है।अतः हमारी मौलिक संपत्ति है।विश्व में कही भी,किसी भी भाषा में ये इस रूप में उपलब्ध नहीं है|लेख को पढ़कर कोई भी प्रयोग बिना मार्ग दर्शन के न करे । तंत्र-मंत्रादि की जटिल एवं पूर्ण विश्वास से  साधना-सिद्धि गुरु मार्गदर्शन में होती है अतः बिना गुरु के निर्देशन के साधनाए ना करे।बिना लेखक की लिखितअनुमति के लेख के किसी भी अंश का कही भी प्रकाषित करना वर्जित है।न्यायलय क्षेत्र दुर्ग छत्तीसगढ़(©कॉपी राइट एक्ट 1957)
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