गुरुवार, 1 जून 2017

काला टिका,काला तंत्र,सुरक्षा माता की

काला टिका,काला तंत्र,सुरक्षा माता की
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याद करिए किसने सबसे पहले आपपे तंत्र किया था!
एक थाली में किसी के साथ भोजन खाना तंत्रानुसार मना है यदि किसी कारण वश भोजन खाना भी पड़े तो ,पहला एवं अंतिम निवाला स्वयं ग्रहण करे।
तंत्र अधिकतर प्रेम एवं ममता में ही किया जाता है
या शत्रुता में
याद करिए पहली बार किसने आपपे तंत्र किया था!
याद आया ?
नही ना????
याद दिलाने का प्रयास करता हूं।
याद करिए वो जन्म के बाद का पहला काला टिका,
जो आपकी माता ने आपके मुख मंडल पे पहली बार लगाया था इस आशा से की कही आपको नजर ना लग जाये।वो काला टिका क्या तंत्र नही था।।
हिंदुस्तान में तंत्र की शुरुआत विरासत में जन्म से प्राप्त होती है इससे चाहके भी बच पाना मुश्किल है।अब ये आपपे निर्भर करता है आप तंत्र का उपयोग सकारात्मक करते है जैसे माता ने किया था या नकारात्मक करते है।

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व्यक्तिगत अनुभूति एवं।विचार©₂₀₁₇
।। राहुलनाथ।।™भिलाई,छत्तीसगढ़,भारत
पेज लिंक:-https://www.facebook.com/rahulnathosgybhilai/
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🚩🚩🚩जयश्री महाँकाल 🚩🚩🚩
इस लेख में वर्णित सभी नियम ,सूत्र एवं व्याख्याए,एवं तथ्य हमारी निजी अनुभूतियो के स्तर पर है अतः हमारी मौलिक संपत्ति है।विश्व में कही भी,किसी भी भाषा में ये इस रूप में उपलब्ध नहीं है।इसकी किसी भी प्रकार से चोरी,कॉप़ी-पेस्टिंग आदि में शोध का अतिलंघन समझ कार्यवाही की जायेगी।

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हमारे लेखो को पढने के बाद पाठक उसे माने ,इसके लिए वे बाध्य नहीं है।हमारे हर लेख का उद्देश्य केवल प्रस्तुत विषय से संबंधित जानकारी प्रदान करना है।यहां वैदिक-साबर-तांत्रिक ग्रंथो एवं स्वयं के अभ्यास अनुभव के आधार पर कुछ मंत्र-तंत्र संभंधित पोस्ट दी जाती है जो हामरे पूर्वज ऋषि-मुनियों की धरोहर है इसे ज्ञानार्थ ही ले ।लेख को पढ़कर कोई भी प्रयोग बिना मार्ग दर्शन के न करे । किसी गंभीर रोग अथवा उसके निदान की दशा में अपने योग्य विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श ले। साधको को चेतावनी दी जाती है की तंत्र-मंत्रादि की जटिल एवं पूर्ण विश्वास से  साधना सिद्धि गुरु मार्गदर्शन में होती है अतः बिना गुरु के निर्देशन के साधनाए ना करे।
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