महाकाली के अघोर मंत्रो को जपते जपते एक साधक मृत्यु शैया तक पहुच गया था ,शायद कोई गलती करी होगी ।अब जब वो पिछले 3 महीने से महामृत्युंजय मंत्र धारण कर जाप कर रहा है अब पहले से बेहतर है और वापस आज उन्होंने नौकरी प्रारम्भ कर दी है।
विशेष:-तंत्रोक्त,अघोर मंत्रो को बिना सोचे समझे ना जाप करे ,प्राण हानि भी संभव है सावधान रहे ,मंत्र साधना जीवन से खिलवाड़ के लिए नहीं है।
।व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार
।।राहुलनाथ।।
भिलाई,36गढ़
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