सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

सिद्ध बिल्ली


।।सिद्ध बिल्ली।।
बढ़ी हुई दाड़ी और मुछ भेष बदलने में सहायता करती है इससे इंसान का असली रूप दिखाई नहीं देता,बढ़ी हुई उम्र ,बढ़ी हुई सफ़ेद दाढ़ी ये साबित नहीं करती की तुम सिद्ध हो ।

गुरु पद जाने ना कोई 
जो जाने सो तलाश ख़त्म होई।
बैठा तू जाल बिछाकर 
फसे जो परिंदा कोई 
शिव सुमिरन कर ,ना करे तो 
दो जख में घर होई
बूढ़ी बिल्ली ना कुछ करे
राम राम कर 
भक्ति में पापड ढोई.....
कहत गुरु गोरख ,बाहर ना मिल्या कोई
भीतर मिले गुरु जब 
तू सच्चा चेला होई...

*****जयश्री महाकाल****
(व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार )
******राहुलनाथ********
भिलाई,छत्तीसगढ़+919827374074(whatsapp)
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।। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति।।
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