तंत्र के क्षेत्र में दस महाविद्याएं(भाग-1)
🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱
तंत्र के क्षेत्र में आये नए भक्तो को ये जानना आवश्यक है कि,तंत्र में 18 महाविद्या का उल्लेख होता है उसमें से मात्र 10 विद्याएं ही प्राप्त होती है और इन 10 महाविद्याओ को दो मार्गो में विभक्त किया गया है।
☀️प्रथम:-काली कुल
☀️काली कुल के अन्तर्गत 4 महाविद्याएं आती है।
🔵1.काली
🔵2.तारा
🔵5.भुवनेश्वरी
🔵3..छिन्नमस्ता
एवं
☀️द्वितीय:-श्री कुल के अन्तर्गत 6 महाविद्याएं आती है।
🔵6.त्रिपुर भैरवी
🔵2.भैरवी
🔵4.षोडशी
🔵10.कमला
🔵7.धूमावती
🔵8.बगलामुखी
🔵9.मातंगी
तंत्रशास्त्र के अंतर्गत ये ही दस महाविद्याएं होती है।
☀️ सामान्य रूप से इनका क्रम इस प्रकार है।👇
🔵1.काली
🔵2.तारा
🔵3.छिन्नमस्ता
🔵4.षोडशी
🔵5.भुवनेश्वरी
🔵6.त्रिपुर भैरवी,
🔵7.धूमावती,
🔵8.बगलामुखी,
🔵9.मातंगी
🔵10.कमला।
👉आगे की जानकारी हर भाग में क्रमशः प्रदान की जाएगी।
क्रमशः-
🚩🄹🅂🄼🔱🄾🅂🄶🅈 🙏🄰🄰🄳🄴🅂🄷
#राहुलनाथ ™ भिलाई 🖋️
(ज्योतिष-तंत्र-वास्तु एवं अन्य अनुष्ठान-जीवन प्रशिक्षक)
महाकाल आश्रम,भिलाई,३६गढ़,भारत,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें