तन्त्र एवं नाजायज संबंधो के परिणाम !! !! प्रेम-त्रिकोण !!
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हर वो पुरुष या स्त्री जिसने अपनी साली/देवर से घनिष्टा रखी है सालि/देवर से विवाह किया है या अनैतिक संबध बनाया है फिर क्यो न पत्नि/पति की मृ्त्यु के बाद!
तो ऎसी अवस्था मे उनके संतान को बहुत कष्ट होगा!!
या मृ्त्यु तक हो सकति है !!
साथ ही यह सुचक है की उसके उपर दुर्गा देवि क्रोधित है जिसने ये कार्य किया!
उसकी कुंडली मे मंगल ग्रह की स्थिति अनुकुल नही होगी !!
और इसके साथ साथ यदि दांतों मे दर्द हो,बातो बातो मे अचानक हकलाहट प्रारंभ हो जाति हो,स्वभाव अधिक चंचल होगया हो, नशे के प्रति रुझान बड गया हो,तो निष्चित है कि उसका काल निकट है !!इस समस्या के बहुत से समाधान है किन्तु सरल सस्ता समाधान यह है की ! अपनि मन की बातो को अपने किसि निकट के मित्र को बताये !!और संतान को किसी भी मंदीर मे किसी रिश्तेदार को 1 रु मे बेच दे मान्सिक रुप से!!
एवं और यह कार्य संतान को ना बताये ! फिर आगे के जिवन मे जब तक संतान अपने आपको सम्हालने योग्य ना हो जाये तब तक मात्र उसका रक्षक बन कर रहे पिता-माता बनकर नही !! इस प्रकार अन्य नाजयज संबंधो के भि अलग अलग परिणमा होते है !!और कई जिवन बर्बाद हो जाते है!
🙏🏻🚩आदेश-जयश्री माहाँकाल महादेव 🔱
*🅹🆂🅼 🅾🆂🅶🆈*
👉 व्यक्तिगत अनुभूति एवं।विचार©²⁰¹⁷
राहुलनाथ ™ भिलाई 🖋️
📱➕9⃣1⃣9⃣8⃣2⃣7⃣3⃣7⃣4⃣0⃣7⃣4⃣(w)
#चेतावनी:-इस लेख में वर्णित नियम ,सूत्र,व्याख्याए,तथ्य स्वयं के अभ्यास-अनुभव के आधार पर एवं गुरू-साधु-संतों के कथन,ज्योतिष-वास्तु-वैदिक-तांत्रिक-आध्यात्मिक-साबरी ग्रंथो,
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