शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2020

ग्रहो ने लौटाई जमीन...

ग्रहो ने लौटाई जमीन...
फैसला ग्रहो का(सत्य घटना)
*************************
3 माह पूर्व दिनेश अग्रवाल जी आये थे अपनी समस्या की पोटली उठाये।बहुत परेशान से,उनकी 1.35करोड़ की जमीन का फैसला कोर्ट में चल रहा था और फैसला हर बार टल जाता था ऊपर से वकीलो की फ़ीस का खर्च।
अग्रवाल जी मुझे राहुल भाई कहते है कहने लगे राहुल भाई कुछ रास्ता दिखाओ।
मैंने पूछा अग्रवाल जी,क्या किसी की जमीन,घर या दूकान तो नहीं हड़प ली आपने?ये एक सामान्य सा व्यागात्मक प्रशन था मेरा अग्रवाल जी से।
अग्रवाल जी ने बताया की उनके यहां एक नौकर काम करता था सुरेश नाम का ,जिसको अग्रवाल जी ने करीब 80 हजार रुपये ,उसकी आवश्यकता पे उसे उधार दिए थे किन्तु सुरेश उस पैसे को उन्हें लौटा नहीं रहा था ऐसी अवस्था में अग्रवाल जी ने उसका घर ,जो की पट्टे का था उसे अग्रवाल जी ने अपने कब्जे में कर लिया था और सुरेश से कहा की तुम मेरे पैसे लौटा देना और अपना घर वापस ले लेना।
बस मित्रों यही वह समस्या थी जिससे अग्रवाल जी परेशान थे अग्रवाल जी ब्याज का धंधा करते है और सुरेश के साथ किये व्यवहार से उनके मंगल(भूमि कारक)एवं शनि(न्यायधिश) उनपे कुपित हो गए थे।
"मित्रों जो जैसा करता है वैसे ही भरता है।"
समस्या का समाधान ये निकला गया की,अग्रवाल जी सुरेश का घर लौटा देंगे एवं पुनः उसे कार्य पे रख लगे।ऐसा कार्य करने से लाभ होने का उन्हें मैंने आश्वासन दिया।
अग्रवाल जी ने बात मानी और सुरेश का घर लौटा कर उसे पुनः नौकरी पे रख लिया।
कल अग्रवाल जी का फोन आया और वे कह रहे थे की कोर्ट ने फैसला उनके हक़ में किया है ।और जिस व्यक्ति ने उनसे छल किया था उसे हर्जाना देने को भी कहा है।
मित्रों विशवास पे दुनिया कायम है।
अग्रवाल जी के एक गलत फैसले ने उनके 1.35 करोड़ रु को 80 हजार के बराबर बना दिया था।
🚩जै श्री महाकाल🚩

व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार©2016 सर्वाधिकार सुरक्षित
।। राहुलनाथ।।™
(ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्री)
📞+ 917999870013,
+919827374074 (w)
**** #मेरी_भक्ति_अघोर_महाकाल_की_शक्ति ****
चेतावनी:-इस लेख में वर्णित सभी नियम ,सूत्र,
व्याख्याए,एवं तथ्य हमारी निजी अनुभूतियो के स्तर पर है।पोस्ट में गुरू कथन द्वार,ज्योतिष,तांत्रिक-आध्यात्मिक ग्रंथो एवं स्वयं के अभ्यास अनुभव के आधार पर कुछ ज्योतिष,मंत्र-तंत्र सम्बंधित पोस्ट मात्र शैक्षणिक उद्देश्यों हेतु दी जाती है।जिसे मानने के लिए आप बाध्य नहीं है।तंत्र-मंत्रादि की जटिल एवं पूर्ण विश्वास से  साधना-सिद्धि गुरु मार्गदर्शन में होती है अतः बिना गुरु के निर्देशन के साधनाए ना करे।
विवाद की स्थिति में न्यायलय क्षेत्र दुर्ग छत्तीसगढ़,भारत,©कॉपी राइट एक्ट 1957)
पेज लिंक:-https://www.facebook.com/rahulnathosgybhilai/
🚩JAISHRRE MAHAKAL OSGY🚩
छाया चित्र 2008 हमारे मित्रस्वामी शिवानंद जी के साथ

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें